Hi Guys
नमस्कार दोस्तों आज हम इस ब्लॉग में पढ़े गए । लव लाइफ के बारे में ऐसा नही है कि डांस के पेज होने के नाते बस इसपे डांस से सम्बंधित पोस्ट ही आयगी ।
Beats Dance institute Blog Page ..
पे आपका स्वागत है इस ब्लॉग मैं आज हम जानेंगे कि तन्हाई रास ना आए । एक ऐसी कविता जो हर युवा शक्ति को अपनी बात की जान महत्व और बढ़ावा देती है
ओर तन्हाई में एक डांसर ओर कोरियोग्राफर कैसे खुद की creativite को प्रकट करता है ।
इस कविता के लेखक श्री कमल जी जाट ने बहुत ही अच्छी पंक्तिया लिखी है कि .......
आरजू है तेरी मुझको,
तन्हाई रास ना आए । .........
मैं कपिल शर्मा लेकर आया हु उन सभी डांसर्स के लिए जिनके दिल में कही ना कहि दर्द है ।
चलिये शुरू करते है ,
तन्हाई रास ना आए
आरजू है तेरी मुझको, तन्हाई रास ना आए
निशा ख्वाबो की जननी है, ये दिन भी ढल नही पाए
तुझे पाने की हसरत अब भी दिल मे है मेरे बाकी
में तुझसे कह नही पाऊँ, तू मुझसे कह नही पाए ।
जुस्तजू है तुझे पाने की, हम लाचार बैठे है
खता हमसे हुई कैसी, क्यों अनजान बैठे है ?
मुझे सोहरत से नफरत है मुझे दौलत से नफरत है
लुटाकर तुम जो बैठे हो, भुलाकर हम जो बैठे है ।
मेरे रिश्तों की गहराई, मुझे बेचैन करती है
कोई तो नाम दो इसको, ना ये गुमनाम जँचती है
हुई अब भोर की बेला भ्रमर मिलने को है आतुर
ना में इनकार करता हूँ, ना तुम इज़हार करती हो ।
मिलन कि आस है बाकी, विरह ना हमे गवारा है ।
लहर सागर में जो उठती, इसका बस तू ही किनारा है
अश्क़ तुमने भी छुपाए है, रस्म-रिवाजो की खातिर
मुक़म्मल प्यार हमारा है, मुक़म्मल प्यार तुम्हारा है ।
आशा है आपको हमारा ब्लॉग अच्छा लगा होगा और ये कविता के माध्यम से हम ने आज एक डांस के जीवन को प्रकट किया है । अगर आपको ये ब्लॉग अच्छा लगे तो हमे कमेंट बॉक्स में बताये ।
युवा कवि-
कमल जाट
अलवर, राजस्थान
9667616433
जय हिंद जय भारत ।
Stay home Stay safe
Written with depth of heart
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